Breaking

भोपाल केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा बढ़ाई गई भोपाल और दिल्ली में अलर्ट।

|

ब्रेकिंग भोपाल में लगातार बढ़ रही अपराध की घटनाएं।

|

पुलिस और वाहन चालक के बीच हुई बहस!

|

भोपाल *मध्यप्रदेश बीजेपी में बड़ी बैठक*।

|

ब्रेकिंग मध्य प्रदेश RTO माल्थोन RTO चेक पोस्ट पर हुआ बड़ा हंगामा।

|

ब्रेकिंग भोपाल लालघाटी चौराहे पर भीषण आग शॉर्ट सर्किट से लगी आग।

|

भोपाल* फूलों से सजी मेट्रो में बैठकर भोपाल देखेंगे मंत्री

|

पुलिस अधिकारी ने बाइक सवार युवकों को मारी टक्कर।

|

बड़ी खबर* भोपाल/विदिशा *उपयंत्री राम गोपाल यादव पर भोपाल लोकायुक्त का शिकंजा।

|

ब्रेकिंग – थाना टीला पुलिस की बड़ी कार्रवाई।

|

वंदेमातरम को लेकर विपक्ष द्वारा विवाद पर मंत्री विश्वास सारंग की प्रतिक्रिया

|

*ईवीएम हैक नहीं करते हैं प्रधानमंत्री…लोगों के दिलों को हैक करते हैं*: *कंगना रणौत*

|

Big Breaking नक्सलवाद के खिलाफ ऑपरेशन में मध्यप्रदेश पुलिस की सबसे बड़ी सफलता

|

भोपाल - ED ने जब्त की चार करोड़ से अधिक संपत्ति.

|

भोपाल - नौकरी के नाम पर ठगी का अलर्ट…

|

भोपाल में रक्षक बना भक्षक...* *सुरक्षा के लिए तैनात गार्ड ने किया हमला।

|

बिग ब्रेकिंग ....भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भगत सिंह कुशवाहा गिरफ्तार।

|

*ब्रेकिंग न्यूज़* कुख्यात बदमाश *शोएब अन्ना* चढ़ा पुलिस के हत्थे।

|

नीलम कोठारी की फ्लाइट में तबीयत बिगड़ी।

|

ब्रेकिंग, तत्काल का मामला रॉयल मार्केट अज़ीज़ चाय के सामने सीएनजी कार में लगी आग।

|

Post By : DPR24
Author : PPR 24 Views 40
'

मुख्यमंत्री के आदेश के ख़िलाफ़ जनसंपर्क विभाग की कलमबंद हड़ताल।

मुख्यमंत्री के आदेश के ख़िलाफ़ जनसंपर्क विभाग की कलमबंद हड़ताल।

मुख्यमंत्री के आदेश के ख़िलाफ़ जनसंपर्क विभाग की कलमबंद हड़ताल…?

राजेन्द्र सिंह जादौन

भोपाल। जनसंपर्क विभाग में हालात अचानक बिगड़ते नज़र आ रहे हैं। भोपाल स्थित मुख्यालय से लेकर समस्त जिलों तक विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कलमबंद हड़ताल पर चले गए हैं। यह हड़ताल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उन नीतियों के विरोध में बताई जा रही है, जिनमें विभागीय पदों पर प्रशासनिक सेवा और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को बैठाए जाने का निर्णय शामिल है।

विभागीय सूत्रों के अनुसार, कर्मचारी और अधिकारी माना रहे हैं कि जनसंपर्क विभाग की “कैडर आधारित संरचना” लगातार कमजोर की जा रही है और विभागीय पदों पर बाहरी अधिकारियों की नियुक्तियाँ बढ़ाई जा रही हैं। इसी के विरोध में आज पूरे प्रदेश में कामकाज ठप रहा प्रेस नोट, सरकारी सूचनाएँ, मीडिया समन्वय और दैनिक मुख्यालयीय कार्य प्रभावित हुए।

अधिकारियों का कहना है कि यह विरोध केवल तत्कालीन पदस्थापना को लेकर नहीं है, बल्कि भविष्य की उस स्थिति को लेकर भी है जिसमें विभाग पूरी तरह प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के नियंत्रण में चला जाएगा। विरोध कर रहे कर्मचारियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि डायरेक्टर, जनसंपर्क का पद भी विभागीय कैडर का है और “इस बार इस पद पर किसी बाहरी अधिकारी की नियुक्ति स्वीकार नहीं की जाएगी।”

हालात को देखते हुए विभागीय माहौल तनावपूर्ण है और कई जिलों में कामकाज पूरी तरह ठप पड़ा रहा। कर्मचारियों का कहना है कि यदि पदस्थापना और विभागीय संरचना को लेकर पुनर्विचार नहीं हुआ, तो आंदोलन और आगे बढ़ सकता है।

सरकार की ओर से इस विवाद पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। सभी की नज़रें अब अगले प्रशासनिक कदम पर टिकी हैं।

User Comments

Leave a comment

Related News